जैसा कि आप सब जानते हैं कॉपी पढ़ाई के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण भाग है बिना कॉपी का कोई पढ़ाई नहीं कर सकता है।
अधिकतर दैनिक कार्यों के लिए डाटा स्टोर करने के लिए या किसी का हिसाब करने के लिए कॉफी का बहुत बड़ा योगदान है प्राचीन समय से है किसी भी लेनदेन या किसी का हिसाब किताब करने के लिए कॉपी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
विभिन्न तरह के विषयों के अनुसार विभिन्न तरह के कोपियों का निर्माण किया गया है जैसे अंग्रेजी के लिए इंग्लिश कॉपी हिंदी के लिए हिंदी कॉपी मैथ के लिए मैथ की स्पेशल कॉपी और टेबल के लिए टेबल वाला कॉपी आदि पुस्तकों का निर्माण किया गया है।
आज हमारे बाजार में कई कंपनियों के कई तरह के अच्छे क्वालिटी और बुरे क्वालिटी दोनों तरह के पुस्तक मौजूद है जिससे लोग अपने बजट के अनुसार खरीदते हैं। यदि आप भी कोई व्यापार करने के बारे में सोच रहे हैं और बिजनेस के लिए आपके पास कुछ खास इनकम नहीं है तो आपके लिए notebook manufacturing business बहुत ही कम खर्चे में कर सकते हैं।
Read Also :- Magadh University Part 1 Admit Card 2023, Direct Link, Download Hall Ticket @magadhuniversity.ac.in – Very Useful
जाने इस पोस्ट में क्या क्या है
कोपी बनाने के लिए कौन-कौन से आवश्यक रॉ मटेरियल लगते हैं?
किसी भी प्रकार के कॉपी को बनाने के लिए सबसे अधिक खर्च होने वाला रो मटेरियल कोटेड अथवा अनकोटेड पेपर यानि दिस्ता पेपर और गत्ता है। इसके बिना आप कॉपी का निर्माण नहीं कर सकते हैं।
कॉपी को बनाने के लिए रो मटेरियल खरीदने में लगने वाला खर्च:-
- दिस्ता पेपर :- दिस्ता पेपर की क़ीमत 62 रू प्रति किलोग्राम है। आप क्वालिटी के अनुसार इससे सस्ता या महंगा की खरीद सकते हैं।
- गत्ता :- कवर के लिए इस्तेमाल होने वाला गत्ता 1 रूपया प्रति पीस होता है। और गत्ता भी कई प्रकार के होते हैं जिसमें आप क्वालिटी के अनुसार सस्ता या महंगा खरीद सकते हैं।
कॉफी को बनाने के लिए रो मटेरियल कहां से खरीदें।
कॉपी बनाने के लिए रो मटेरियल खरीदने के लिए बहुत से साधन है इसमें आपके सुविधानुसार थोक साधन बेहतर रहेगा। यदि आपके आसपास कहीं ठोक में दिस्ता पेपर और गत्ता नहीं मिल पाता है तो आपको इसके खरीदने के लिए ऑनलाइन माध्यम भी है जो इस आप मेरे लिंग सेंटर से डायरेक्ट लिंक पर क्लिक कर कर शॉपिंग कर सकते हैं।
काफी बनाने के लिए मशीन कौन-कौन लगा सकते हैं।
काफी बनाने के लिए आमतौर पर अगर देखा जाए तो आप तीन मशीनों के सहारे यह काम शुरू कर सकते हैं।
- पिन अप मशीन,
- एज स्क्वायर मशीन,
- कटिंग मशीन
इन मशीनों की खास बात यह है कि यह बहुत ही कम बिजली का खपत करते हैं इससे आप घरेलू बिजली के सहारे भी चला सकते हैं। यह मशीनें के उपयोग में लगभग 4 किलो वाट बिजली का खपत होता है।
Read Also :-Free Mobile Yojana Camp 2023 :- फ्री मोबाइल वितरण कैंप शुरू हुआ ,जल्दी करे अपनी पात्रता चेक – Very Useful
कॉफी बनाने वाली मशीन को कहां से खरीदें।
कॉफी बनाने वाली मशीन को खरीदने के लिए आप अपने आसपास की नजदीकी दुकान से भी खरीद सकते हैं जो आपके लिए बहुत ही बेहतर और कारगर साबित हो सकता है। लेकिन यदि आपके आसपास ऐसी सुविधा नहीं है तो आप हमारे दिए गए लिंक से कॉपी बनाने वाली मशीन को घर बैठे ही उचित मूल्य पर खरीद सकते हैं।
कॉफी बनाने की प्रक्रिया क्या है?
कॉफी बनाने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और आसान है। यदि कोई इसकी बनाने की प्रक्रिया यानी इसकी मशीन को समझ जाए तो आप बहुत ही आसानी से कॉफी बना सकते हैं। कॉफी बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया इस प्रकार है:-
- सबसे पहले शीट को (जो कि कॉपी के लिए कवर का काम करता है) उसे आराम और बारीकी से इस तरह मोड़ें कि वह कॉपी के अनुसार कवर के आकार में आ जाए।
- इसके बाद उस मोरे कैसेट में जितने पन्ने की कॉपी बनाना चाहते हैं, उतने कागज को भी मोड़ कर उसके अन्दर डाल दें।
- इन कवर और उसके अन्दर डाले गये दिस्ता काग़ज़ को पिन करना होता है। इसके लिए आपको तीन मशीन की सहायता लेनी होगी जो इस काम को बहुत आसानी से कर लेता है।
- फिर इसके बाद इसे एज स्क्वायर मशीन पर ले जाकर इसकी कार्य को पूरा करना पड़ता है। फिनिशिंग यानि कवर से बाहर निकले अतिरिक्त पन्ने आदि की छंटाई वगैरह. फिनिशिंग के बाद नोट बुक पूरी तरह स्क्वायर में हो जाती है.
- एज स्क्वायर मशीन में पहले इसके पिनिंग का स्थान सही तरीके से सेट हो जाती है अंत में इसके कटाई की बारी आती है पहले बने हुए कॉपी को सामने से काटें और इसके बाद आवश्यकता हो तो बीच से काट के दो भागों में बाँट दें। पिनिंग किये गये क्षेत्र के अलावा सामने के तीनों भागों को काटना होता है। इस तरह कुछ ही समय में नोटबुक बन के बिकने के लिए तैयार हो जाता है।
Notebook packaging कैसे करते हैं?
कॉपी तैयार हो जाने के बाद सबसे महत्वपूर्ण काम इसे बेचना होता है और बेचने के लिए पैकिंग सबसे महत्वपूर्ण काम है। पैकिंग के लिए दो तरीके व्होलसेल अथवा रिटेल के रूप में पैक किया जा सकता है। बड़े-बड़े डीलर को बेचने के लिए होलसेल पैकिंग का इस्तेमाल किया जाता है इसमें बड़े-बड़े डब्बे में कॉपी को पैक किया जाता है।
यदि आप अपने कॉपी को सीधे ब्रांड के तौर पर बाजार में उतरना चाहते हैं तो इसके लिए आप बंडल बंडल कर कर कॉपी को भेज सकते हैं जिसे रिटेल पैकिंग कहते हैं।
Notebook manufacturing business को करने में कुल कितने खर्च सकते हैं।
Notebook manufacturing business के लिए मशीन और रॉ मैटेरियल सहित अगर कुल खर्च की बात की जाए तो अधिकतम 10 लाख रूपए लगा सकते हैं। आप इन पैसों में सारे मशीन की फिटिंग वायरिंग का काम भी कर सकते हैं। इस तरह आप 10 लख रुपए के कम खर्चे में एक बिजनेस खड़ा कर सकते हैं जिससे आप बहुत से पैसे कमा सकते हैं और कई लोगों को रोजगार भी दे सकते हैं।
Read Also :-Free Mobile Yojana Camp 2023 :- फ्री मोबाइल वितरण कैंप शुरू हुआ ,जल्दी करे अपनी पात्रता चेक – Very Useful
महत्वपूर्ण लिंक – Important Links
Raw material buy link | Click Here |
Mashine buy link | Click Here |
JOIN TELEGRAM MORE UPDATE THIS POST | Click Here |
MORE GOVT. JOBS | Click Here |
Notebook manufacturing business से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
Notebook making Machine खरीदने में कितना खर्चा आ सकता है?
Notebook making Machine खरीदने में लगभग 5.5 लाख से 6 लाख रूपए लगा सकते हैं।
एक काफी को बनाने में कितना रुपए की खर्च आती है?
एक कॉपी को बनाने के लिए ₹11 की खर्च आती है और ऐसे आप 15 रुपए से 20 रुपए में बेच सकते हैं
Read More
- Vanshavali Format In Bihar Pdf Download – Very Useful
- Union Bank of India Apprentices Recruitment 2024 Notification Out: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में अप्रैंटिश के कुल 500 पदों पर निकली नई भर्ती
- Bihar Beltron DEO Admit Card 2024 Download Link Exam Date Released (Date Entry Operator)
- Post Office Agent Recruitment 2024: 10वीं पास के लिए पोस्ट ऑफिश एजेंट के पद पर बिना परीक्षा डायरेक्ट भर्ती, ऐसे करें आवेदन
- Bihar Deled Spot Admission 2024: बिहार डी.एल.एड. स्पॉट एडमिशन शुरू -@deledbihar.com