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वेटिंग लिस्‍ट का झंझट हुआ खत्‍म!

वेटिंग लिस्‍ट का झंझट हुआ खत्‍म! ट्रेन में हमेशा मिलेगी कंफर्म सीट, रेलवे ने बनाया 1000000000000 रुपये का प्‍लान

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वेटिंग लिस्‍ट का झंझट हुआ खत्‍म: तो दोस्तों हम आप सभी को बता दे की रेलवे के द्वारा एक नई योजना की शुरुआत की जारी है. जिससे कि लोगों को ट्रेन में सफर करने में कोई भी दिक्कत न हो. तो आईए जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी |

वेटिंग लिस्‍ट का झंझट हुआ खत्‍म!

नई दिल्‍ली: जैसा की हम सभी जानते हैं कि दशहरा दीपावली और छठ जैसे त्योहारों पर ट्रेन में सफर करना लोगों के लिए कितना कष्ट और दिक्कत से भरा होता है इसी को देखते हुए रेलवे इस योजना को शुरू करने वाली है जिसके तहत 1 लाख करोड़ (10 खरब) रुपये खर्च कर रहा है. इस योजना को लागू इसलिए किया जा रहा है ताकि जब भी कोई त्यौहार जैसे दशहरा और दीपावली में लोगों को ट्रेन में कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता है जिसके कारण लोग वेटिंग का इंतजार करते रहते हैं. इसलिए रेलवे ने 10 खरब रुपए खर्च कर रहा है. ताकि यात्रियों को ज्‍यादा से ज्‍यादा सुविधा प्रदान की जाए. इस योजना का कार्य बड़े पैमाने पर शुरू हो चुका है. और केंद्रीय दावा किया है कि जल्‍द ही वेटिंग लिस्‍ट (Train Waiting List) का झंझट पूरी तरह से खत्म हो जाएगा|

वेटिंग लिस्‍ट का झंझट हुआ खत्‍म!

जैसा कि आप सभी को पता होगा कि बिहार और UP जैसे राज्यों में जब भी कोई त्योहार जैसे दशहरा दीपावली या छठ होती है तब बाहर गए यात्री घर आने के लिए ट्रेन टिकट बुक करते हैं जिसमें कि उनको कंफर्म टिकट नहीं प्राप्त होता है और वह लंबे समय तक वेटिंग के इंतजार में बैठे रहते हैं. इसी चीज को देखते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव (Railways Minister Ashwini Vaishnaw) ने कहा है कि आप यह ऐसे प्‍लान को लाने जा रहे हैं. जिससे देश भर में वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म हो जाएगा और लोगों को जब चाहे तब कंफर्म टिकट मिलेगी. तो इसकी पूरी जानकारी इस आर्टिकल में बताई गई है तो इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक अंत तक जरूर पढ़ें|

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क्या है रेलवे में अभी का हालात

अभी के हालात को देखते हुए देश में रोजाना 2 करोड़ से ज्यादा लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं. इसके अलावा पूरे भारत देश में 10,754 ट्रेन रोज चलती है. कुछ सालों से पहले के मुकाबले अब तक 568 ट्रेनों का है और अगर अभी के हालात देखते हुए 3000 से ज्यादा ट्रेनों को और बढ़ा दिया जाए तो देश में वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म हो जाएगा. अभी के हालत देखते हुए रेलवे सालाना 100 करोड़ यात्रियों को भी ढोने के लिए यह पर्याप्‍त नहीं है. केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि अभी के अनुमान लगाते हुए 2030 तक ट्रेनों के जरिए सालाना 1000 करोड़ यात्री ट्रेन से सफर करने लगेंगे तब ट्रेनों की संख्या बढ़ाना भी जरूरी होगा इसलिए ट्रेनों की संख्या में 30% इजाफा होने के साथी वेटिंग लिस्ट को पूरी तरह से खत में कर दिया जाएगा|

रेलवे की क्‍या है लंबी प्‍लानिंग

हम आप सभी को बता दे की, रेल मंत्री के अनुसार 2030 तक भारतीय रेलवे का पूर्ण विस्तार किए जाने की तैयारी है. इस दौरान करीब 12 लाख करोड रुपए का निवेश होगा. उन्होंने बताया कि रेलवे को आवंटित किए गए 2.4 लाख करोड़ में से 70% राशि अब तक खर्च की जा चुकी है. इस प्लान के तहत रोजाना करीब 16 किलोमीटर लंबा बैंक बढ़ा रहे हैं जो कि मार्च तक करीब 6000 किलोमीटर हो जाएगी|

कितनी ट्रेनें जोड़ने की तैयारी

हम आप सभी को बता दे की, रेल मंत्री ने बताया कि इस प्लान को शुरू करने से पहले हजारों पुरानी ट्रेनों को रिप्लेस करने की है जिसकी स्पीड नहीं बढ़ाई जा सकती है. और इसके अगले 15 साल में करीब 7 से 8000 नई ट्रेनों को लाया जाएगा इससे ट्रेनों की संख्या में 3 से 4 हजार का इजाफा भी जाएगा. ट्रेन में यात्रियों को सफल करने में जो दिक्कत आती है उसका कारण मालगाड़ियों है जो कि एक ही ट्रैक पर चलने के कारण होता है. इसी चीज को देखते हुए मालगाड़ियों के लिए स्पेशल रूट यानी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं जिसके बाद करीब 6000 किलोमीटर का ट्रैक खाली हो जाएगा. इससे पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए ज्‍यादा खाली रूट मिलेगा और इसीलिए ट्रेनों की संख्‍या बढ़ाने पर दिक्‍कत भी नहीं होगी.

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