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जाने इस पोस्ट में क्या क्या है
2023 में नये तरीके से Rent Agreement Kaise Banaye | किरायानामा फॉर्म पीडीएफ | नियम शर्तें – रेंट एग्रीमेंट इन हिंदी
आज के इस लेख में हम आपको Rent Agreement Kaise Banaye इसके बारे में जानकारी देने वाले है। इन दिनों कई लोग अपने घरों को रेंट पर दे रहे है ताकि उनको इससे कोई आमदनी हो जाये, और साथ ही यह तरीका आपकी अतिरिक्त इनकम स्त्रोत का एक अच्छा माध्यम भी है। यदि आप एक ऐसे शहर में रहते है जहां पर बड़े बड़े कम्पनीज है और कई कॉलेज है तो आप कॉलेज में पढ़ने वालों स्टूडेंट्स को या फिर कंपनी में काम करने वाले एम्प्लॉइज को रेंट पर अपना घर दे सकते है। यह वाकई में पैसा कमाने का एक अच्छा तरीका है।

यदि आप चाहे तो किसी फैमिली को भी अपने घर पर रेंट पर रख सकते है। परंतु कई लोग ऐसे है जो किसी को भी रेंट पर रखने से पहले जांच पड़ताल नही करते है और ना ही रेंट एग्रीमेंट बनाते है और इसी कारण घर के मालिक को बादमे बहुत से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तो जब भी आप किसी को अपने घर मे किराए पर रखते है तो किराए पर रखने से पहले रेंट एग्रीमेंट जरूर बना ले ताकि आपको बादमे किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। तो अब हम आपको रेंट एग्रीमेंट कैसे बनाते है इसके बारे में जानकारी देने जा रहे है।
रेंट एग्रीमेंट बनाने से पहले आपको यह जानना चाहिए कि आखिर यह रेंट एग्रीमेंट होता क्या है। क्योंकि बहुत से ऐसे भी लोग है जिन्हें यह पता ही नही है कि रेंट एग्रीमेंट क्या होता है। तो चलिए सबसे पहले हम आपको यह बताते है कि रेंट एग्रीमेंट क्या होता है।-rent agreement kaise banaye online,rent agreement format in hindi,किरायानामा फॉर्म इन हिंदी pdf,किरायानामा फॉर्मेट इन हिंदी,मकान और दुकान का किरायानामा,किराया अनुबंध पत्र pdf,Rent Agreement Kaise Banaye,किरायानामा फॉर्म पीडीएफ
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रेंट एग्रीमेंट क्या होता है ? | Rental Agreement In Hindi –
यदि आपको नही पता कि रेंट एग्रीमेंट क्या होता है, तो कोई बात नही हम आपको बता देते है। रेंट एग्रीमेंट यह एक ऐसा एग्रीमेंट या दस्तावेज होता है कि जब आप किसी को अपना घर या अपनी प्रॉपर्टी रेंट पर देते है तब आपको सामने वाले व्यक्ति से इस एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर लेना होता है। इसे आप किरायानामा भी कह सकते है और यह कुछ महीनों के या फिर कुछ सालों का भी हो सकता है।
इस रेंट एग्रीमेंट के दस्तावेज में मकान मालिक के बीच मे कुछ समझौता और कुछ शर्तें लिखी होती है जो कि किराएदार को मंजूद करनी होती है। यदि उन शर्तो के लिए मकान मालिक और किराएदार समझौता कर लेते है तो फिर मकान मालिक और किरायदार उस दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते है और इस तरह से रेंट एग्रीमेंट बन जाता है।
तो अब आप जान चुके है कि रेंट एग्रीमेंट क्या होता है। परंतु जब आप रेंट एग्रीमेंट बनाते है तब आपको और किराएदार को कुछ दस्तवेजो की जरूरत पड़ती है और वह कौन से दस्तावेज है यह हम आपको नीचे बताने जा रहे है।
rent agreement format | Rent Agreement कैसे होता है?
एग्रीमेंट लिखित तौर पर एक दस्तावेज होता है, जिसमें लिखित तौर पर दाम और शर्तो के बारे में बताया जाता है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि एग्रीमेंट में कुछ बातों को ध्यान में रखा जाए। एग्रीमेंट के द्वारा आप प्रॉपर्टी बेचने वाले के द्वारा बाद में किए जाने वाले शोषण से भी बच जाते हैं।
आइये जानते है रेंट एग्रीमेंट 11 महीने का क्यों होता है?
अगर दस्तावेज में सालाना वृद्धि का उल्लेख नहीं है और मकान मालिक इसका फैसला आने वाले कुछ महीने में करेगा तो आपके लिए मोलभाव करने का यह बेहतर अवसर होगा। आमतौर पर मकान का किराया हर साल 10 फीसदी बढ़ जाता है। अगर आपको यह ठीक लगता है तो आप सहमत हो सकते हैं। हर 11 महीने के बाद किराये का एग्रीमेंट रिन्यू हो जाता है।

रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेज –
यदि आप रेंट एग्रीमेंट बनाते है तो आपको बहुत सारे दस्तवेजो की जरूरत नही पड़ती है, आपको रेंट एग्रीमेंट बनाने कि लिए बहुत कम दस्तावेज लगते है। चलिये उन सभी दस्तवेजो की सूची हम आपको नीचे बताते है।-Rent Agreement Kaise Banaye
- मकान मालिक और किराएदार दोनो का आधार कार्ड और आधार कार्ड की फोटोकॉपी भी जरूरी है।
- दो गवाह और उन दोनों गवाहों की आधार कार्ड की फोटोकॉपी जरूरी है।
- मकान मालिक और किराएदार दोनो की पासपोर्ट साइज फ़ोटो जरूरी है।
- मकान के किराए के लिए सिक्योरिटी के तौर पर कुछ धनराशि बहु जरूरी होती है।
- स्टैम्प पेपर भी जरूरी होता है।
यदि ऊपर दिए गए दस्तावेज आपके पास मौजूद रहते है तो आप रेंट एग्रीमेंट बना सकते है। लेकिन जब भी आप रेंट एग्रीमेंट बनाते है तब आपको कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है और वह कौन सी बातें है यह हम आपको नीचे बताएंगे।
rent agreement format / रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा बनाते समय ध्यान देने वाली बातें –Very Important
किरायानामा फॉर्म पीडीएफ:-जब भी आप अपना मकान किराए पर देते है तो आपको काफी सोच समझकर और किसी अच्छे इंसान को ही घर किराए पर देना चाहिए और साथ ही आपको नीचे दिए गए बातों का भी ध्यान रखना है।
- जब भी आप रेंट एग्रीमेंट बनाते है तब आपको हमेशा सौ रुपये के स्टैम्प पेपर पर ही बनवाना है।
- पचास रुपये के स्टैम्प पेपर पर यदि आप रेंट एग्रीमेंट बनाते है तो यह अमान्य होता है। इसीलिए सौ रुपये वाला स्टैम्प पेपर ही उपयोग करे।
- स्टैम्प पेपर पर किराएदार के साथ साथ मकान मालिक का हस्ताक्षर होना भी जरूरी है।
- जब भी आप रेंट एग्रीमेंट बनाते है तब उस एग्रीमेंट में यह साफ साफ लिखा होना चाहिए कि आप किरायेदार को कौन सी प्रॉपर्टी, या कौन सा घर कितने समय के लिए दे रहे है।
- रेंट एग्रीमेंट बनाते समय आपको गवाहों की भी जरूरत पड़ेगी, इसीलिए आपके पास दो गवाह होना भी जरूरी है।
- रेंट एग्रीमेंट बनाते समय किराएदार के आधार कार्ड की फोटोकॉपी जरूर ले।
- रेंट एग्रीमेंट में यह भी साफ साफ लिखा होना चाहिए कि आप किरायेदार को बिजली या पानी की सुविधाएं देने वाले है या फिर इसके लिए किराएदार से अलग से पैसे लेने वाले है।
- रेंट एग्रीमेंट के बाद जब आप मकान को किराए पर देते है तब पुलिस वेरिफिकेशन होना भी अनिवार्य है। यदि आप पुलिस वेरिफिकेशन नही करते है तो आप जुर्माना देना भी पड़ सकता है। इसीलिए पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करे।
- रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा में मकान या प्रॉपर्टी का किराया देने की तारीख या अवधि भी लिखी जानी चाहिए। साथ ही यदि किराया देने में किसी प्रकार की देरी होती है। तो उसके लिए कितनी पेनल्टी होगी। और यह पेनाल्टी कितने समय की देरी के लिए होगी। यह भी साफ तौर पर लिखा होना चाहिए।
- साथ ही किराएदार द्वारा मकान मालिक को सिक्योरिटी के तौर पर दिए जाने वाली रकम का भी किरायानामा पर स्पष्ट रूप से उल्लेख हो ना चाहिए।
- बिजली, पानी आदि का भुगतान यह किराए में नहीं है। तो इसका जिक्र भी किरायानामा में अवश्य रूप से करना चाहिए।
- मकान या प्रॉपर्टी किराए पर देने में मकान मालिक द्वारा कौन-कौन सी सुविधाएं किराएदार को प्रदान की जाएंगी। इसका भी उल्लेख किरायानामा पर होना आवश्यक है। यह सुविधाएं – पंखा, गीजर, लाइट, फिटिंग, पानी और पानी का मोटर आदि हो सकती हैं।
- मकान मालिक द्वारा घर खाली कराने या किराएदार द्वारा घर छोड़ने से 1 महीने पहले लीगल नोटिस देना भी आवश्यक है। इसलिए किरायानामा पर यह भी लिखा जाना चाहिए। कि कितने समय पहले लीगल नोटिस दिया जाना चाहिए।
- कितने समय में कितने प्रतिशत किराया बढ़ाया जाएगा। इसका भी उल्लेख रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा में होना आवश्यक है। इसके साथ ही किराया बढ़ाए जाने के लिए कोई शर्तें हैं। तो वह भी किरायानामा पर स्पष्ट रूप से लिखी होनी चाहिए।
- इसके साथ ही किरायानामा को आगे बढ़ाने के लिए कितने दिन पहले नोटिस दिया जाए उसका भी उल्लेख किरायानामा पर होना आवश्यक है।
यदि ऊपर दिए गए सभी बातों को ध्यान में रखकर आप अपना रेंट एग्रीमेंट बनाते है तो आपको भविष्य में किसी भी तरह की समस्या नही होगी।-rent agreement format

रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा बनाते समय अन्य आवश्यक बातें –Very Useful
ऊपर बताई गई जानकारी के साथ साथ और भी कई ऐसी बातें हैं। जिनका ध्यान आपको रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा बनवाते समय रखना चाहिए। ये बातें इस प्रकार हैं –rent agreement format
गवाह की पात्रता देखें – रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा बनाते समय जिन 2 लोगों की गवाही लग रही है। वह गवाह शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह सक्षम होना चाहिए। साथ ही गवाहों की उम्र 18 वर्ष से ऊपर होनी चाहिए। और उन पर किसी भी प्रकार का कोई दवाब नहीं होना चाहिए।
एग्रीमेंट की समयसीमा रजिस्टर करें – यदि आप एग्रीमेंट को सिर्फ नोटरी करवा रहे हैं। तो आप अपना एग्रीमेंट 11 महीने का ही बनाना चाहिए। क्योंकि 11 महीने का एग्रीमेंट सरकार की दृष्टि में अनरजिस्टर्ड होता है। जिसका उपयोग किया जा सकता है।
प्रॉपर्टी पर कोई विवाद है या नहीं – आपको यह भी चेक करना है। जो प्रॉपर्टी आपको किराए पर ले रहे हैं। उस पर किसी प्रकार का कोई विवाद या स्टे तो नहीं है।
मकान किराए पर लेते समय ध्यान देने वाली बातें –rent agreement format
rent agreement format:- किसी व्यक्ति को मकान किराए पर देते समय आपको निम्न कार्य करने चाहिए –
पुलिस वेरीफिकेशन – किसी व्यक्ति को आप मकान किराए पर देते हैं। तो उसका पुलिस वेरीफिकेशन जरूर करवा लें। जो कि कानूनी तौर पर भी बेहद जरूरी है। पुलिस वेरिफिकेशन से आपको यह पता चल जाएगा। कि वह व्यक्ति अपराधिक प्रवृत्ति का तो नहीं है। यदि व्यक्ति अपराध प्रवृति का है। तो आपको भविष्य में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मकान का मैटेनंस – मकान की किसी भी प्रकार की रिपेयरिंग और रंगाई पुताई का दायित्व मकान मालिक का ही होता है। किराएदार को यह अधिकार प्राप्त है। कि वह इसके बारे में मकान मालिक से कह सकता है।
किराए की बढ़ोतरी – रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा 11 महीने तक ही वैध होता है। और नए एग्रीमेंट मकान मालिक 10% तक का किराया वृद्धि कर सकता है। लेकिन यदि कोई मकान मालिक तो 10% से ज्यादा किराया में वृद्धि करता है। तो इस पर किराएदार आपत्ति जता सकता है।
मकान का असली मालिक कौन है – मकान किराए पर लेने से पहले यह जानना भी बेहद आवश्यक है। कि जिस व्यक्ति से आप मकान किराए पर ले रहे हैं। वह व्यक्ति मकान का असली मालिक है या नहीं। यदि वह मकान का असली मालिक नहीं है। तो क्या उसके पास रि – टेनेंसी का अधिकार है। यदि आप यह सावधानी नहीं रखते हैं। तो मकान का असली मालिक बिना किसी नोटिस के मकान खाली करवा सकता है।-rent agreement format

रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा के फायदे :-
रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा के फायदे कुछ इस प्रकार से है |
टैक्स में छूट – यदि आप Income Tax फाइल करते हैं। तो आप रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा के आधार पर टैक्स में छूट प्राप्त कर सकते हैं। बिना रेंट एग्रीमेंट / किरायानामा के यदि आप किराए पर रहते हैं। तो आप इसके लिए इनकम टैक्स रिटर्न में क्लेम नहीं कर सकते हैं।
रेजिडेंसी डॉक्युमेंट्स के रूप में यूज कर सकते हैं – किरायानामा आपका एक वैध रेजिडेंसी प्रूफ है। जिसका उपयोग आप कहीं पर भी रेजिडेंसी डॉक्यूमेंट के रूप में कर सकते हैं। किरायानामा का उपयोग आप गैस कनेक्शन लेने, अपना पहचान प्रमाण पत्र बनवाने, पासपोर्ट, लाइसेंस आदि बनवाने कर सकते हैं।
- नोट :- यदि आप किसी भी किरायेदार को घर या उस प्रॉपर्टी को छोड़ने के लिए कहते है तो आपको उस किराएदार को तीस दिन पहले ही नोटिस देना होता है। वही यदि आपका किराएदार घर छोड़ना चाहता है तो उसे भी तीस दिन पहले ही मकान मालिक को नोटिस देना जरूरी है। आप चाहे तो रेंट एग्रीमेंट बनाने के लिए किसी वकील की मदद भी ले सकते है।
किरायानामा ( Rent Agreement / rent agreement format ) कहाँ से बनवाना चाहिए ?
मकान या अपनी खाली दुकान को किसी किरायेदार को किराये पर देने के लिए आप किरायानामा या रेंट एग्रीमेंट किसी स्टाम्प विक्रेता की दुकान से या किसी नोटरी वकील की मदद से तैयार करवा सकते है। रेंट एग्रीमेंट तैयार करवाते समय मकान मालिक और किरायेदार के बीच समझौते की सभी शर्ते किरायानामा मे जरूर लिखवाए। ताकि मकान मालिक किरायेदार से जब चाहे जबरदस्ती मकान खाली नहीं करवा सके। rent agreement kaise banaye online,rent agreement format in hindi,किरायानामा फॉर्म इन हिंदी pdf,किरायानामा फॉर्मेट इन हिंदी,मकान और दुकान का किरायानामा,किराया अनुबंध पत्र pdf,Rent Agreement Kaise Banaye,किरायानामा फॉर्म पीडीएफ
Conclusion | निष्कर्ष – Rent Agreement Kaise Banaye
दोस्तों यह थी आज की किरायानामा फॉर्म पीडीएफ के बारें में सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में आपको rent agreement format in hindi, इसकी सम्पूर्ण जानकारी बताने कोशिश की गयी है |
ताकि आपके rent agreement kaise banaye online से जुडी जितने भी सारे सवालो है, उन सारे सवालो का जवाब इस आर्टिकल में मिल सके |
तो दोस्तों कैसी लगी आज की यह जानकारी, आप हमें Comment box में बताना ना भूले, और यदि इस आर्टिकल से जुडी आपके पास कोई सवाल या किसी प्रकार का सुझाव हो तो हमें जरुर बताएं |
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एग्रीमेंट फॉर्मेट इन हिन्दी पीडीएफ़ कैसे डाउनलोड करे ?
अगर आप भी अपना खाली मकान या दुकान किसी को किराये पर दे रहे है। और आप अपने मकान का रेंट एग्रीमेंट बनवाना चाहते है। इसके लिए आपको रेंट एग्रीमेंट फॉर्मेट की आवश्यकता है तो आपको हमने इस लेख मे किरायानामा का फॉर्मेट पीडीएफ़ फाइल मे डाउनलोड करने की लिंक दे दी है। आप लिंक पर क्लिक करके आसानी से रेंट एग्रीमेंट फॉर्मेट डाउनलोड कर सकते है।
किरायानामा / रेंट एग्रीमेंट कैसे लिखते है ?
अपनी खाली पड़ी प्रॉपर्टी जैसे मकान आदि को किसी को किराये पर देने के लिए मकान मालिक और किरायेदार के बीच स्टाम्प पेपर पर जो समझौता होता है। उसे किरायानामा या रेंट एग्रीमेंट कहा जाता है। किरायानामा या रेंट एग्रीमेंट कैसे लिखे की जानकारी हमने आपको इस आर्टिकल मे दी है। आप इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़कर किरायानामा या रेंट एग्रीमेंट लिखवा सकते है।
Rent Agreement Format In Hindi कैसे Download करे ?
रेंट अग्रीमेंट फॉर्मेट इन हिन्दी को अगर आप भी Word File डाउनलोड करना चाहते है। तो आप दिए गए लिंक पर क्लिक करके डायरेक्ट डाउनलोड कर सकते है। यहाँ क्लिक करे
रेंट एग्रीमेंट 11 महीने का क्यों होता है?
अगर दस्तावेज में सालाना वृद्धि का उल्लेख नहीं है और मकान मालिक इसका फैसला आने वाले कुछ महीने में करेगा तो आपके लिए मोलभाव करने का यह बेहतर अवसर होगा। आमतौर पर मकान का किराया हर साल 10 फीसदी बढ़ जाता है। अगर आपको यह ठीक लगता है तो आप सहमत हो सकते हैं। हर 11 महीने के बाद किराये का एग्रीमेंट रिन्यू हो जाता है।
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