Corona Tika Online Registration 2021 :-आज के इस पोस्ट में मैं आपको कोरोना का टीकाकरण के बारे में बताऊंगा | दोस्तों आपको पता ही होगा पिछले कुछ महीनो पहले हमारा देश कोरोना के चपेट में आ गया था , बल्कि पूरा देश ही इस महामारी से जूझ रहा है|

आमलोगों को बहुत ही परेसानियो का सामना करना पड़ा था | जिससे हमारा पूरा भारत देश के आर्थिक पर बहुत ही असरदार साबित हुआ था |जिसमे हमारे भारत के आम आदमी को बहुत ही मान हानि का सामना करना पड़ा था|
जाने इस पोस्ट में क्या क्या है
Corona Tika Online Registration 2021
इसी महामारी को लेकर कोरोना वायरस के खिलाफ Corona Tika Online Registration अभियान चलाया जा रहा है | इस कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान के तहत आम लोगों को 01 मार्च 2021 से टीका लगना शुरू हो जाएगा। इस महामारी के अंतर्गत 45 साल से 60 साल से अधिक उम्र के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोग शामिल होंगे।
Corona Tika Online Registration आरोग्य सेतु पर 01 मार्च 2021 से सुबह 9 बजे से को-विन 2.0 पोर्टल (Co-WIN 2.0) पर पंजीकरण होना शुरू हो जायेगा |आप कोविड 19 का टीकाकरण का पंजीकरण Co-WIN की वेबसाइट cowin.gov.in पर भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय हर्ष वर्धन ने कहा कि कोई भी व्यक्ति टीका लगवाने के लिए कहीं से भी और किसी भी समय रजिस्ट्रेशन करा सकता है। सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक टीका लगाने का काम किया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक 60 साल या जिनकी उम्र पहली जनवरी, 2022 को 60 साल होने वाली होगी वह भी टीका लगवाने के पात्र होंगे।
देश में 01 मार्च 2021 से 60 साल से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण करने की तैयारी चल रही है | स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण में शामिल किए जाने वाले 45 से 59 वर्ष की आयु के लोगों में 20 गंभीर बीमारियों के बारे में भी बताया है | इनमें ह्रदय की बीमारी, कोरोनरी धमनी रोग, सीटी / एमआरआई-स्ट्रोक, 10 साल से अधिक समय से डायबिटिज, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की बीमारी आदि शामिल हैं |
कोविड-19 टीका सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दिया जाएगा, जबकि निजी अस्पतालों में लोगों को इसके लिए भुगतान करना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की तरफ से हाल ही में को-विन 2.0 पोर्टल पर विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत पंजीकरण निजी अस्पतालों के लिए आयोजित की गई थी।
इन अस्पतालों में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत आने वाले 10 हजार अस्पताल, केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) के लिस्ट में शामिल 600 से अधिक अस्पताल और राज्य सरकारों की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के लिस्ट में शामिल अन्य निजी अस्पताल भी शामिल थे।
को-विन पर 20 गंभीर बीमारियां
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सभी लाभार्थियों को तस्वीर के साथ पहचान पत्र-आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र आदि लेकर टीकाकरण केंद्र जाना होगा | वहीं, किसी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक उम्र के लाभार्थी को बीमारी से जुड़ा प्रमाणपत्र भी साथ लाना होगा|
जिस पर पंजीकृत डॉक्टर के हस्ताक्षर होने चाहिए| कोरोना टीकाकरण के लिए खासकर तैयार किए गए डिजिटल प्लेटफार्म को-विन 2.0 पर एक नया फीचर जोड़ा गया है, जिसमें 20 तरह की गंभीर बीमारियों की विस्तृत जानकारी निचे आपको इस पोस्ट में बताया गया है। जो की निम्न प्रकार से है :-
- पिछले 1 साल में हार्ट फेल्योर की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा हो
- पोस्ट कार्डियक ट्रांसप्लांट या लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (LVAD)
- सिग्निफिकेंट लेफ्ट वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक डिसफंक्शन (एलवीईएफ 40 परसेंट से कम)
- मॉडरेट ऑर गंभीर वल्वुलर हार्ट डिजिज
- पीएएच या इडियोपैथिक पीएएच के साथ कॉन्जेनाइटल हार्ट डिजीज
- पहले सीएबीजी या पीटीसीए या एमआई और हाइपरटेंशन या डायबिटीज का इलाज हुआ हो, कोरोनरी अर्टरी डिजीज की शिकायत रही हो
- एंजाइना और हाइपरटेंशन या डायबिटीज का इलाज हुआ हो
- स्ट्रोक (सीटी या एआरआई में पता चला हो) और हाइपरटेंशन या डायबिटीज का इलाज
- पल्मोनरी अर्टरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन या डायबिटीज का इलाज
- डायबिटीज (10 साल से ज्यादा समय से) और हाइपटेंशन का इलाज चल रहा हो
- किडनी या लीवर या हिमेटोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट कराने वाले या वेट लिस्ट में
- किडनी बीमारी का अंतिम चरण और मरीज हिमोडायलिसिस या सीएपीडी पर हो
- लंबे वक्त से कोर्टिकोस्टेरॉयड्स की गोली खा रहे हों या इम्युनिटी को कम करने वाली दवाई ले रहे हों
- डिकंपेंसेटेड सिरोसिस की बीमारी हो
- पिछले दो साल में सांस की गंभीर बीमारी के कारण हॉस्पिटल में भर्ती हुए हों
- लिफोमा, ल्यूकेमिया या मायलोमा की बीमारी से ग्रसित हों
- एक जुलाई 2020 या उसके बाद जांच में किसी तरह के कैंसर का पता चला हो या कैंसर की थेरेपी ली हो
- सिकल सेल बीमारी या बोन मैन्योर फेल्योर या एप्लास्टिक एनीमिया या थैलेसेमिया की बीमारी
- प्राइमरी इम्युनोडिफिशिएंसी डिजीज या एचआईवी इनफेक्शन
- इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटिज या मस्कुलर डिस्ट्रोफी या एसिड अटैक से श्वसन तंत्र का प्रभावित होना या दिव्यांग या अंधापन या बहरापन
इसके अलावा टीकाकरण के बाद लाभार्थियों में नजर आने वाले प्रतिकूल प्रभाव के इलाज को लेकर भी निजी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है।
कोई भी कहीं भी ले सकता है टीका
मंत्रालय ने बताया कि कोई भी व्यक्ति किसी भी केंद्र पर टीका लगवा सकता है। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में टीका लगेगा, निजी अस्पतालों में प्रत्येक खुराक के लिए 250 रुपये देने होंगे। इसमें 150 रुपये टीके के लिए और 100 रुपये सर्विस चार्ज होगा।
एक समय में एक रजिस्ट्रेशन – Corona Tika Online Registration
मंत्रालय ने बताया कि प्रत्येक खुराक के लिए किसी भी समय एक लाभार्थी कोई एक समय बुक करा सकता है। जिस दिन के लिए रजिस्ट्रेशन खुलेगा, उस दिन दोपहर तीन बजे तक का ही अपाइंटमेंट लिया जा सकेगा। कोई भी व्यक्ति इस दौरान के ही किसी समय के लिए अपाइंटमेंट ले सकता है।
दूसरी डोज की बुकिंग – Corona Tika Online Registration
पहली डोज लेने वाला लाभार्थी उसके 29वें दिन बाद दूसरी डोज के लिए इसी पोर्टल पर बुकिंग करा सकता है। लेकिन अगर कोई लाभार्थी पहली डोज की बुकिंग रद करता है तो उसकी दोनों डोज की बुकिंग रद हो जाएगी, क्योंकि पहली डोज और दूसरी डोज के बीच 28 दिन का अंतर अनिवार्य है।
मौके पर भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा – Corona Tika Online Registration
मंत्रालय के मुताबिक कोई पात्र व्यक्ति अगर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाता है तो वह सीधे टीकाकरण केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकता है। स्लाट खाली होने पर उसे तुरंत टीका भी लगा दिया जाएगा।
कितने में मिलेगा टिका
जिन लोगों (45 साल से ज्यादा) में ये बीमारियां हैं, वे कोरोना का टीका लगवा सकते हैं | इससे उन्हें कोरोना के संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी| केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि निजी अस्पताल कोविड-19 टीके की प्रति खुराक के लिए 250 रुपये तक का शुल्क ले सकते हैं| टीके के लिए अधिकतम शुल्क 250 रुपये लिया जाएगा, जिसमें 150 रुपये टीके की कीमत और 100 रुपये सर्विस चार्ज है|
इन सभी सूचनाओं को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से टीकाकरण पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और मिशन निदेशकों (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के साथ बातचीत के दौरान साझा किया है| स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के तहत लगभग 10,000 निजी अस्पतालों, (CGHS) के तहत सूचीबद्ध 600 से अधिक अस्पतालों और राज्य सरकारों की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत अन्य निजी अस्पताल कोविड टीकाकरण केंद्रों (CVC) के रूप में शामिल हो सकते हैं|
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